इस दुनिया में सब कुछ बिकता है,
पर बस जुदाई रिश्वत क्यों नहीं लेती,
मरता नहीं कोई किसी से जुदा होकर,
बस यादें ही हैं जो जीने नहीं देतीं।।
पर बस जुदाई रिश्वत क्यों नहीं लेती,
मरता नहीं कोई किसी से जुदा होकर,
बस यादें ही हैं जो जीने नहीं देतीं।।
मन में अजस्र रूप से प्रवाहित होने वाली विचार-गंगा की कुछ बूंदों को समेटने का एक छोटा सा प्रयास
मन में अजस्र रूप से प्रवाहित होने वाली विचार-गंगा की कुछ बूंदों को समेटने का एक छोटा सा प्रयास
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