वो हर मंजिल को मुश्किल समझते है
हम हर मुश्किल को मंजिल समझते है
बड़ा फर्क है उनके और मेरे नजरिये में
वो दिल को दर्द और हम दर्द को दिल समझते है
Saturday, November 22, 2008
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मन में अजस्र रूप से प्रवाहित होने वाली विचार-गंगा की कुछ बूंदों को समेटने का एक छोटा सा प्रयास
मन में अजस्र रूप से प्रवाहित होने वाली विचार-गंगा की कुछ बूंदों को समेटने का एक छोटा सा प्रयास
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1 comments:
कम शब्द में गहरी बात। वह।।
दर्द की टीस को संगीत समझ लेते हैं।
मेरी हर हार को भी जीत समझ लेते हैं।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
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